इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की विनर और रनरअप टीमों की प्राइज मनी आधी कर दी गई है। बीसीसीआई ने इस बारे में सभी फ्रेंचाइजी को सूचित कर दिया है। पिछले सीजन में विजेता को 20 करोड़ रुपए मिले थे। जबकि उपविजेता को 12.5 करोड़ रुपए। इस साल यानी आईपीएल 2020 में यह रकम आधी हो जाएगी। यानी विजेता को 10 करोड़ और उपविजेता को 6.25 करोड़ रुपए मिलेंगे।
कुछ महीने पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने साफ कर दिया था कि ओपनिंग सेरेमनी बंद की जा रही है। तब बोर्ड के एक अफसर ने कहा था कि यह कदम फिजूलखर्ची रोकने के लिए उठाया गया है।
29 मार्च से शुरू होगा आईपीएल
इस साल आईपीएल का आयोजन 29 मार्च से किया जा रहा है। इसके पहले बीसीसीआई ने कॉस्ट कटिंग यानी फिजूलखर्ची रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इसके लिए एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आईपीएल 2019 में विनर टीम को 20 करोड़ रुपए दिए गए थे। इस साल यह रकम आधी यानी 10 करोड़ रुपए हो जाएगी। इसी तरह, रनरअप को 12.5 करोड़ की जगह सिर्फ 6.25 करोड़ रुपए मिलेंगे।क्वॉलिफायर में हारने वाली टीमों में से प्रत्येक को 4.3 करोड़ रुपए से संतोष करना होगा।
सभी फ्रेंचाइजी आर्थिक तौर पर मजबूत
बीसीसीआई के एक अफसर ने कहा, “सभी फ्रेंचाइजी मजबूत हैं। उनके स्पॉन्सरशिप के अलावा पैसा कमाने के कई और जरिए हैं। इसलिए प्राइज मनी आधी करने का फैसला किया गया है।” आईपीएल मैचों का आयोजन करने वाले स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन्स को 1 करोड़ रुपए मिलते रहेंगे। इसमें 50 लाख रुपए बोर्ड देता है।
फ्रेंचाइजी नाखुश
बीसीसीआई के इस कदम से फ्रेंचाइजी नाखुश हैं। न्यूज एजेंसी से बातचीत में दक्षिण भारत की एक फ्रेंचाइजी के अफसर ने कहा, “प्लेऑफ स्टैंडिंग फंड कम किया गया है। इसे हम खुश नहीं हैं। हमसे इस बारे में चर्चा भी नहीं की गई। अब हम आपस में बातचीत करेंगे।”
अफसरों पर भी सख्ती
जानकारी के मुताबिक, बीसीसीआई ने ये भी फैसला किया है कि मिड लेवल अफसरों को अब एशियाई देशों की यात्रा के लिए बिजनेस क्लास के हवाई टिकट नहीं मिलेंगे। बोर्ड के मुताबिक, जिन देशों का ट्रेवल टाइम 8 घंटे से कम है, वहां के लिए यह नियम लागू होगा। इन देशों में श्रीलंका, बांग्लादेश और यूएई शामिल हैं।
ओपनिंग सेरेमनी भी नहीं होगी
नवंबर में अंग्रेजी वेबसाइट ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में बीसीसीआई के एक अधिकारी ने उद्घाटन समारोह पर होने वाले खर्च को फिजूलखर्ची या पैसे की बर्बादी बताया था। उन्होंने कहा था, “आईपीएल की ओपनिंग सेरेमनी फिजूलखर्ची है। दर्शकों की भी इसमें कोई रुचि नहीं होती। इसके लिए हमें तगड़ी रकम खर्च करनी पड़ती है।” आईपीएल 2019 का उद्घाटन समारोह रद्द किए जाने के बाद बीसीसीआई ने एक बयान जारी किया था। इसमें कहा गया था, ‘समारोह पर करीब 20 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। हमने तय किया है कि इसमें से 11 करोड़ भारतीय सेना, 7 करोड़ सीआरपीएफ और 1-1 करोड़ रुपए नौसेना और वायुसेना के राहत कोष में दिए जाएंगे।